ये ख़ामोशी अच्छी है, लेकिन
ध्यान रहे कि ये सन्नाटे में न तब्दील हो जाये
जहां हर आहट पे रूह काँप उठे
पहचानी आवाज़ पे भी दिल घबरा जाये!
ये प्रशांति अच्छी है, लेकिन
ध्यान रहे कि ये वीराने में न तब्दील हो जाये
जहां जानवर भी आने से डरे
पक्षी अपना घोसला भी न बनाये!
ये सादगी अच्छी है, लेकिन
ध्यान रहे कि ये गुमनामी में न तब्दील हो जाये
जहां न चहरे की कोई पहचान हो
नाहीं मदद के लिए कोई हाथ बढ़ाये!
ये नर्म-मिजाजी अच्छी है, लेकिन
ध्यान रहे कि ये शिथिलता में न तब्दील हो जाये
जहां दुसरो के साथ खुद की भी पीड़ा का अहसास ना हो
भड़क रही आग में पानी डालना भी दुस्वार हो जाये!
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