कुछ की दुश्मनी अच्छी है उनकी दोस्ती से
कभी कभी कुछ की दूरी अच्छी है नज़दीकी से
कुछ लोग साथ हो लिए होते तो शायद बात कुछ और होती
फिर भी मान लिया, कुछ की जुदाई हीं अच्छी है गिरफ्तारी से
मज़लूम की आँखे ही दर्द बयां कर देती हैं
कुछ ज़ालिम की मार अच्छी है गद्दारी से
राब्ता था जिनसे उन्होंने हीं न बख्शा
कुछ गैरों की सलामी अच्छी है फ़रेबी से
रहबर बन कर वो ले आया हमें इन गर्दिशों में
कुछ फ़क़ीरों की टोली अच्छी है झूठी गुमानी से
कभी कभी कुछ की दूरी अच्छी है नज़दीकी से
कुछ लोग साथ हो लिए होते तो शायद बात कुछ और होती
फिर भी मान लिया, कुछ की जुदाई हीं अच्छी है गिरफ्तारी से
मज़लूम की आँखे ही दर्द बयां कर देती हैं
कुछ ज़ालिम की मार अच्छी है गद्दारी से
राब्ता था जिनसे उन्होंने हीं न बख्शा
कुछ गैरों की सलामी अच्छी है फ़रेबी से
रहबर बन कर वो ले आया हमें इन गर्दिशों में
कुछ फ़क़ीरों की टोली अच्छी है झूठी गुमानी से
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