एक डोर चाहत की बाकी है
एक सांस ज़िन्दगी की बाकी है
उस मोड़ पे गुजर गयी उम्र जहां
एक आस मिलन की बाकी है
बहुत दिन हुए यादों में घर किये
एक चेहरा तस्व्वुर में बाकी है
रात दिन अब यही तमाशा
मैं जागूँ और तेरी नींद बाकी है
जहां से गए थे तुम उस वीराने में
पुकारता हलक़ में ज़बान बाकी है
लुटा के सब कुछ मदहोश है फिर भी
चढ़ावे के लिए एक जान बाकी है
मन करे तो लौट आना वहीँ
देख लेना एक ज़िंदा लाश बाकी है
एक सांस ज़िन्दगी की बाकी है
उस मोड़ पे गुजर गयी उम्र जहां
एक आस मिलन की बाकी है
बहुत दिन हुए यादों में घर किये
एक चेहरा तस्व्वुर में बाकी है
रात दिन अब यही तमाशा
मैं जागूँ और तेरी नींद बाकी है
जहां से गए थे तुम उस वीराने में
पुकारता हलक़ में ज़बान बाकी है
लुटा के सब कुछ मदहोश है फिर भी
चढ़ावे के लिए एक जान बाकी है
मन करे तो लौट आना वहीँ
देख लेना एक ज़िंदा लाश बाकी है
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