Saturday, December 7, 2013

Tera Manana Bekaar Huaa

मुझे उनसे कोई शिकायत नहीं
यह तो आम बात थी, मगर इस बार
मेरा रूठना बहुत लम्बा हुआ
अब उनका मनाना बेकार हुआ !

उनके जाने के बाद दिल में कोई तमन्ना न रही
ख्वाबों को तो पहलें ही दफना चुके थें, मगर
बेसबब जन्म लेते चर्चाओं को सुन
अब टूटे चाप से ज़िन्दगी खेना बेकार हुआ !

शाख कब तक सूखे पत्ते को संभालती
हरे पत्तों के ताने पर जब उसने साथ छोड़ा
तब शज़र खूब रोया, मगर
अब शज़र का रोना बेकार हुआ !

घर में अन-बन तो छोटी सी बात पर हुई थी
गैरों ने हवा दी, और
उसमें अपने इस कदर जलें कि
अब उन्हें बुझाना बेकार हुआ !

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